तकिये के नीचे...



ग़म इतना गहरा था शायद
उम्र भर उसे कुरेदते ही रहे
हर बात पे गहरी सांस ले कर  
तेरी तस्वीर को देखते ही रहे
फलक तक साथ मुश्किल था
तो कुछ क़दम में दम भर लिया मैंने
किराये के मकान में कुछ दिन काफी होते हैं
मैं उम्र भर चली थी उसमें रहने
क़रीब नहीं थे कभी इतना
कि तुम्हे हर लफ्ज़ की गहरायी समझाती
औने-पौने इशारों में कहाँ
दिलों की बातें बाताई जाती
अब बीत चुके हैं बरसों
यादें धुंधली और तारीखों का होश नहीं
बहुत किस्से जो अधूरे रह गए
उनका भी कोई अफ़सोस नहीं
बस एक ग़म नहीं जाता
काश तुम्हें रोकती और सब कुछ कह पाती
तो ना सुलगती उम्र भर
ना अपने अरमानों को तड़पाती


तकिये के नीचे दबा के रखे है तुम्हारे ख़याल
एक तस्वीर, बेपनाह इश्क और बहुत सारे साल

Listen to the rendition of this #poem - here

Comments

  1. Gila mann shayad takiye ke niche daba ho (bistar ke pas pada ho) wo bhejwa do mera ye saman lauta do... mera kuchh saman........ :)

    Brilliant composition, Saru (y)

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  2. bahut khub! kaash meri Hindi achhi hoti...to thik se tarif kar pati...because English doesn't suit after such intense Hindi verses... <3 :)

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    1. That is so sweet of you to say. Thank you so much for a lovely comment, Moon. :)

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  3. तकिये के नीचे दबा के रखे है तुम्हारे ख़याल !
    एक तस्वीर, बेपनाह इश्क और बहुत सारे साल !!
    Lovely Poem! Shabd Nahi Hai Iski Khoobsurati Byaan Karne Ko!

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  4. तकिये के नीचे दबा के रखे है तुम्हारे ख़याल
    एक तस्वीर, बेपनाह इश्क और बहुत सारे साल ...
    उफ़ ... कितना गहरा एहसास ... प्रेम को निभाने और करने के कितने आयाम, कितने एंगल पर प्रेम फिर भी रहता है ...

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  5. It's beautiful Saru...intense and emotional... :-)

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  6. बस एक ग़म नहीं जाता
    काश तुम्हें रोकती और सब कुछ कह पाती
    तो ना सुलगती उम्र भर
    ना अपने अरमानों को तड़पाती
    बहुत संवेदनशील पंक्तियाँ सारू सिंघल जी ! हिंदी साहित्य में भी आप उतनी ही परिपूर्ण हैं जितनी अंग्रेजी साहित्य में

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  7. सुंदर भावपूर्ण कविता .

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  8. bohot khoob Saru, rachna ehsaason se bhari hai!

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  9. If only... the sadness, an ocean of emotions behind those words. Lovely poem Saru, it pinches to the deep strings of heart.

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  10. wowo that was awesome saru mam.. so beautiful

    Bikram's

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  11. Bahut sundar rachna..... dil ki gahrayee se khangaal kar nikaale gaye shabd aur unko bhavnao ke dhaago me piro ke banayee gayee ek sundar maala !!

    Aur achha likhte rahane ke liye shubhkamnayen !!!

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    1. Thanks for a lovely comment, Pritesh. Welcome here! :)

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  12. aakhri do line is khoobsurat rachna ko chaar chand laga rahe hain

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  13. Beautifully written. Intense and sincere..

    Arz kiyaa hai..

    Yahii to hai woh raasta,
    chalnaa to tere saath tha..
    kyaa sahii tha, kyaa galat rahaa
    Faislaa to mere haath tha..

    @kaunquest

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  14. Very touching words, Saru.
    It's better to express, rather than suffer this pain for a lifetime...

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  15. After long time here it is so nice to read it. Nice writing

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  16. Words left unsaid. Emotions left unexpressed. Beautifully written Saru :).

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  17. This is such an amazing piece Saru!! Kahan kahan se late ho aap itne jabardast ideas :)

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    Replies
    1. Hehehe... Bus ab kya kahu! Shukriya, kaafi hoga. :)

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  18. यह दूसरी या तीसरी बार पढ़ा है पर इसकी ख़ूबसूरती पुरानी नहीं पड़ती :)

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  19. Aahh! This is awesome swthrt <3 so straight from the heart :)

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  20. बहुत ही अच्छा लिखा आपने .बहुत ही सुन्दर रचना.

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  21. Beautiful verse...loved reading and feeling it..beautiful..

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  22. Wow! Reading hindi poem after a long time; loved it :-)

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  23. वो जो उतार देना चाहते हैं
    कविताओं
    मे अपने व्यक्तिगत दुःख
    अस्पताल मे भर्ती हो जाएँ
    और
    डॉक्टर को अपनी कष्ट सुनाए
    की
    कविताएं दर्द निवारक गोलियां नहीं
    जिन्हें खाया जाये; दर्द भगाया जाये
    किन्तु हाँ
    वो बन सकती हैं गोलियां
    जो
    दागी जाएँ उनपर जो कष्ट का कारण हुआ करते हैं

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  24. Schi hi kaha kuch aishe hi dbe pde ha khawab ....
    Ek wo b dine the usko dekhe bina din nhi hota tha...
    Aaj kuch u hai hum khi uljhano me faseen hai or wo kahin tanhayioon me lipti hai..
    Dosh usko de ya pukareen ishe kismat ki kahar...
    Dur hai wo mujhse whi par hai kosh milo milon dur mera sahar...
    Uskaa dard aaj b sha ni jata lekin kya kru kismat ka faisla tukhraya nhi jata..


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